व्यथा



 उसकी शादी होने वाली है
 वो खुश है ,
 और मै बर्बाद हो गया
 मै दुखी हूँ।

उसे उबटन लगता है
मेरा दिल जलता है ,
उसके हाथों में मेंहदी रचा है
मेरे पास क्या बचा है ?

वो किसी और की हो जाएगी
मै मुंह ताकता  रह जाऊंगा
और क्यों ना होता
मेरा प्यार एक तरफा जो था ?


 ( कवि मनीष सोलंकी )